सैय्यारा गीत को कॉपी बताने पर तनिष्क बागची ने तोड़ी चुप्पी: जुबिन नौटियाल के गाने से जुड़ी सच्चाई सामने आई!
बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार और सिंगर तनिष्क बागची हाल ही में अपने लोकप्रिय गीत “सैय्यारा” (Saiyaara) को कॉपी करार दिए जाने वाले आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए सामने आए हैं। सोशल मीडिया और म्यूजिक फैंस के बीच उठे इस विवाद ने काफी तहलका मचा दिया था, जहां कहा गया कि तनिष्क बागची का यह गाना लोकप्रिय सिंगर जुबिन नौटियाल के किसी गीत का क्लोन हो सकता है।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
कुछ यूजर्स और संगीत विश्लेषकों ने “सैय्यारा” की धुन और हुकलाइन में जुबिन नौटियाल के गाने के साथ समानताएं बताईं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इसे कॉपी कहकर ट्रोलिंग शुरू कर दी, जिससे गाना और तनिष्क दोनों की छवि प्रभावित होने लगी।
तनिष्क बागची का जवाब – सच बोले जाने का वक्त आ गया!
तनिष्क ने सोशल मीडिया पर अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया दी और इस तरह के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया। उन्होंने कहा कि “सैय्यारा” एक मूल सृजन है और इसमें जुबिन नौटियाल या किसी अन्य कलाकार के गाने की नकल जैसा कोई तत्व नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी म्यूजिक प्रोड्यूसर और कलाकार की रचनात्मकता को बिना जांच-पड़ताल झूठे आरोपों के तहत ठेस पहुंचाना गलत है।
तनिष्क ने यह भी कहा कि बॉलीवुड म्यूजिक की दुनिया इतनी विशाल और विविध है कि थोड़ी-बहुत मेलोडी समानता होना स्वाभाविक है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोई कॉपी किया गया हो।
जुबिन नौटियाल का क्या है स्टैंड?
अब तक जुबिन नौटियाल की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, फैंस और म्यूजिक कम्युनिटी का मानना है कि दोनों कलाकारों के गाने में मूल संगीत की अपनी अलग छाप और शैली है।
सोशल मीडिया पर फैंस की प्रतिक्रिया
इस मामले में सोशल मीडिया पर हलचल तेज़ है। कुछ लोग तनिष्क बागची के समर्थन में हैं तो कई लोग अब भी शक का माहौल बनाए हुए हैं। म्यूजिक एक्सपर्ट्स कहते हैं कि संगीत की दुनिया में “इनफ्लुएंस” और “इंस्पिरेशन” आम बात है, किंतु कॉपी कहना काफी बड़ी बात है और इसके साक्ष्य होने चाहिए।
क्या “सैय्यारा” सच में जुबिन नौटियाल के गीत से कॉपी है?
- गीत की तुलना की गई तो: बहस यह है कि कुछ धुनों और बीट्स में समानता हो सकती है, लेकिन ये कॉपी का प्रमाण नहीं।
- तानिष्क का दावा: सारा म्यूजिक अपनी टीम के साथ ध्यान से और कई रिहर्सल के बाद बनाया गया है।
- सामाजिक मंचों पर: म्यूजिक को एक स्वतंत्र कला माना जाना चाहिए, जहां सारी संभावनाएं और नया प्रयोग जगह पाता है।
निष्कर्ष
तनिष्क बागची ने स्पष्ट कर दिया है कि “सैय्यारा” गाना पूरी तरह उनकी रचना है और जिस तरह के कॉपी के आरोप लगाए गए, वे बिलकुल गलत हैं। उन्होंने संगीत कलाकारों की रचनाओं का सम्मान करने और बिना ठोस प्रमाण के गलत आरोप न लगाने की अपील की है। अनुचित ट्रोलिंग से बचना और रचनात्मकता को बढ़ावा देना ही भविष्य की दिशा है।