A conceptual image for a Bollywood gossip blog titled 'Namkeen Kisse 2025', showing three silhouettes of actresses against a glamorous, sparkling Mumbai skyline, representing rising stars in the Hindi film industry.

Namkeen Kisse 2025: 3 Actresses Shaking Up Bollywood?

नमकीन किस्से 2025: ये हैं वो 3 हसीनाएं जो बदल रही हैं बॉलीवुड का पूरा खेल!

बॉलीवुड की चमकीली दुनिया में हर शुक्रवार एक नया सितारा चमकता है और कई पुराने फीके पड़ जाते हैं। लेकिन साल 2025 कुछ अलग है, कुछ मसालेदार है। इस साल बात सिर्फ हिट या फ्लॉप की नहीं, बल्कि उस भूचाल की है जो तीन नई देवियों ने इंडस्ट्री में ला दिया है। इन्होंने पुराने सारे नियम तोड़ दिए हैं और अपने दम पर सफलता की एक नई कहानी लिख रही हैं।तो कुर्सी की पेटी बांध लीजिए, क्योंकि हम आपको सुनाने जा रहे हैं 2025 के सबसे चटपटे और नमकीन किस्से। ये वो कहानियां हैं जो आपको किसी और चैनल पर नहीं मिलेंगी!sexy super star A Cinematic Montage Representing the Shifting Power Dynamics of Bollywood in 2025, Highlighting Three Enigmatic Female Superstars. stars ke namkeen kisse

आरिया सिंह - 'ओटीटी की रानी' जिसने बड़े पर्दे पर किया कब्ज़ा

द बज़ (The Buzz): कुछ साल पहले तक आरिया सिंह का नाम सिर्फ वो लोग जानते थे जो वेब सीरीज़ के दीवाने थे। अपने बोल्ड किरदारों और दमदार एक्टिंग से उन्होंने डिजिटल दुनिया में तो तहलका मचाया ही था, लेकिन बड़े पर्दे के 'पंडितों' ने उन्हें सिरे से खारिज कर दिया था। और आज? आज हर बड़ा डायरेक्टर आरिया के घर के बाहर लाइन लगाए खड़ा है।वो एक चाल (The Big Move): 2025 की शुरुआत में जब उनकी फिल्म 'धुंध' रिलीज़ हुई, तो सबने कहा कि ये नहीं चलेगी। लेकिन आरिया की परफॉरमेंस में ऐसा जादू था कि फिल्म ने चुपके-चुपके 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया। उन्होंने साबित कर दिया कि असली स्टारडम शिफॉन की साड़ी में नाचने से नहीं, किरदार को जीने से आता है।क्या आपने 'धुंध' में आरिया की एक्टिंग देखी? आपको उनका कौन सा सीन सबसे ज़्यादा पावरफुल लगा? कमेंट्स में बताइए!

मीरा रेड्डी - 'साउथ की सुनामी' जिसने सबको उड़ा दिया

द बज़ (The Buzz): मीरा रेड्डी जब हैदराबाद में अपनी फिल्मों से आग लगा रही थीं, तब हिंदी बेल्ट में उन्हें कम ही लोग जानते थे। लेकिन 2025 में उनकी पहली पैन-इंडिया एक्शन फिल्म ने बॉलीवुड के सबसे बड़े 'हीरोज़' को पानी पिला दिया। उनका स्क्रीन प्रजेंस ऐसा है कि जब वो पर्दे पर आती हैं, तो दर्शक ताली और सीटी बजाना बंद ही नहीं कर पाते।क्यों हैं वो अलग?: मीरा सिर्फ एक 2025 actress नहीं हैं, वो एक ब्रांड हैं। वो एक्शन, कॉमेडी, ड्रामा - सब कुछ ऐसे करती हैं जैसे ये उनके बाएं हाथ का खेल हो। सुनने में आया है कि उन्होंने अपनी अगली हिंदी फिल्म के लिए इंडस्ट्री के सबसे बड़े खान से ज़्यादा फीस चार्ज की है। अब इसे कहते हैं असली वुमन पावर!आपको क्या लगता है, क्या मीरा रेड्डी आने वाले 5 सालों में बॉलीवुड की नंबर 1 हीरोइन बन सकती हैं? हाँ या नहीं?

फलक खान - 'आर्ट सिनेमा की जान' जो बनीं बॉक्स ऑफिस की शान

द बज़ (The Buzz): फलक खान का नाम हमेशा फेस्टिवल सर्किट और क्रिटिक्स की पहली पसंद रहा है। उनकी फिल्में पैसा कमाएं या न कमाएं, पर अवॉर्ड ज़रूर जीतती थीं। लेकिन 2025 ने ये कहानी भी बदल दी। उनकी फिल्म 'आईना' एक छोटे बजट की साइकोलॉजिकल थ्रिलर थी, जिसने अपनी कहानी और फलक की दिमाग हिला देने वाली एक्टिंग के दम पर बड़े-बड़ों को धूल चटा दी।नमकीन किस्सा: इंडस्ट्री के अंदर का बॉलीवुड गॉसिप ये है कि एक बड़े सुपरस्टार ने 'आईना' को ये कहकर रिजेक्ट कर दिया था कि ये 'लेडीज़ फिल्म' है। आज वही सुपरस्टार फलक के साथ काम करने के लिए डायरेक्टर्स को अप्रोच कर रहा है। वक्त का पहिया घूम गया है, जनाब!

किसका पलड़ा है भारी: आपका वोट किसके लिए?

ये तीनों ही एक्ट्रेस अपने-अपने तरीके से कमाल कर रही हैं।
  • आरिया सिंह: आम लड़की की वो कहानी, जो असाधारण बन गई।
  • मीरा रेड्डी: पावर और ग्लैमर का वो कॉकटेल, जो सबको मात दे रहा है।
  • फलक खान: टैलेंट का वो ज्वालामुखी, जिसे अब कोई नहीं रोक सकता।
इन तीनों में से आपकी फेवरेट Hindi actress कौन है? वो कौन है जिसके नमकीन किस्से आपको सबसे ज़्यादा दिलचस्प लगते हैं और जिसके लिए आप फर्स्ट-डे-फर्स्ट-शो का टिकट खरीदेंगे?हमें नीचे कमेंट सेक्शन में अपनी पसंद और उसकी वजह ज़रूर बताएं। चलिए देखते हैं कि असली पब्लिक का विनर कौन है!

जगदीप धनखड़ ने अचानक क्यों दिया इस्तीफा? जानिए सरकारी दबाव और घटनाक्रम की पूरी कहानी

जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया? कैसे और क्यों?

1. त्यागपत्र की प्रक्रिया

21 जुलाई 2025 को उपराष्ट्रपति बंद अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को लिखित में इस्तीफा भेजा, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य कारणों को मुख्य वजह बताया और डॉक्टरों की सलाह का हवाला दिया।

इसके बाद राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और वह तत्काल प्रभाव से लागू हो गया। यह इस्तीफा संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत होता है, जिसमें उपराष्ट्रपति अपने पद से स्वतंत्र रूप से इस्तीफा दे सकते हैं।

2. इस्तीफे के पीछे के स्वास्थ्य कारण

धनखड़ ने बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी और चिकित्सकीय सलाह के अनुसार उन्होंने इस्तीफा दिया। मार्च और जून 2025 में उनकी सेहत खराब होने की खबरें भी आई थीं। हालांकि, स्वास्थ्य कारणों के अलावा इस निर्णय के पीछे राजनीतिक दबाव की अफवाहें भी थीं।

3. राजनीतिक दबाव और घटनाक्रम

राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि केंद्र सरकार और धनखड़ के बीच मतभेद बढ़ रहे थे। विशेष रूप से, धनखड़ ने विपक्ष के एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव का जिक्र किया था, जो सरकार को नागवार गुजरा। इस असहमति के कारण कथित तौर पर उन्हें इस्तीफा देने का दबाव बनाया गया।

सरकार ने उन्हें बताया कि यदि वे इस्तीफा नहीं देंगे, तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। इसके बाद धनखड़ ने इस्तीफा देना ही बेहतर समझा।

4. इस्तीफे का दिन, घटनाक्रम की टाइमलाइन

  • 21 जुलाई को संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन ही यह बदलाव हुआ।
  • धनखड़ ने कई बैठकें कीं लेकिन राजनीतिक स्थिति तनावपूर्ण थी।
  • शाम 7:30 बजे उन्हें बड़े मंत्री द्वारा फोन कर इस्तीफा देने का दबाव बनाया गया।
  • करीब 9:25 बजे उन्होंने आधिकारिक तौर पर इस्तीफा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
  • राष्ट्रपति के समक्ष इस्तीफा जमा कराया गया और स्वीकार कर लिया गया।

5. इस्तीफे के बाद की स्थिति

धनखड़ का इस्तीफा भारत के इतिहास में उपराष्ट्रपति पद पर नियुक्ति के दौरान एक असामान्य कदम था। उपराष्ट्रपति पद वैसे भी संवैधानिक रूप से महत्वपूर्ण होता है और उनकी समय से पहले इस्तीफा देने से राजनीति में हलचल मची।

फिलहाल उपसभापति हरिवंश राज्यसभा के सभापति की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, और जल्द ही नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

निष्कर्ष

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा स्वास्थ्य कारण बताकर आया, लेकिन इसके पीछे राजनीतिक दबाव और केंद्र सरकार के साथ असहमति का भी बड़ा रोल था। यह इस्तीफा भारतीय राजनीति में संवैधानिक पदों के महत्व और राजनीतिक समीकरणों की जटिलता को दर्शाता है।

Elli-AvrRam-ने-क्यों-कहा-अलविदा-बॉलीवुड-स्टाइल-बर्थडे-पार्टी-को

जब Elli AvrRam ने बदल दी बॉलीवुड बर्थडे पार्टी की परिभाषा.. सच जानकर रह जाएंगे हैरान!

Elli AvrRam ने क्यों कहा अलविदा बॉलीवुड-स्टाइल बर्थडे पार्टी को?

परिचय: चमक-दमक से हटकर दिल जीतने वाला फैसला

बॉलीवुड में सेलिब्रिटीज़ के जन्मदिन धूमधाम और ग्लैमर के लिए मशहूर होते हैं। पर Elli AvrRam ने इस बार कुछ अलग करने की ठानी है उन्होंने बड़े और भव्य बर्थडे समारोह को छोड़कर सादगी, अपनापन और निजी खुशियों को चुना है।

समस्या: क्या बड़ी पार्टियों में रह गया है अपनापन कम?

बड़े बॉलीवुड पार्टियों में अक्सर व्यक्तित्व और संबंधों की कमी महसूस होती है। जहां कैमरे, मीडिया, और सेलेब गेस्टलिस्ट की भरमार रहती है, वहीं असली जश्न और निजी जुड़ाव शायद खो जाता है।

Elli AvrRam का समाधान: परिवार और दोस्तों के बीच खास पल

Elli ने खुलकर बताया कि वह इस बार अपने जन्मदिन पर सिर्फ करीबी दोस्तों और परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताना चाहती हैं। उनकी प्राथमिकता अब चकाचौंध नहीं, बल्कि दिल से जुड़े रिश्ते और यादगार पल हैं। Elli का मानना है कि यही असली खुशी का कारण है।

उदाहरण: बॉलीवुड में बदलता है जन्मदिन सेलिब्रेशन का ट्रेंड

सिर्फ Elli ही नहीं, पिछले कुछ समय में कई सेलेब्रिटीज़ भी भव्य पार्टियों को छोड़ निजी और मीनिंगफुल सेलिब्रेशन को तवज्जो दे रहे हैं। जो दिखाता है कि पर्सनल फुलफिलमेंट और सच्ची खुशी अब सेलिब्रिटी कल्चर का नया ट्रेंड बन रहा है।

चर्चा: बदलती सोच और सामाजिक संदेश

Elli का कदम सिर्फ उनकी व्यक्तिगत पसंद का नहीं, बल्कि बदलती सोच और सामाजिक संदेश का प्रतीक भी है। वह यह दिखाती हैं कि मुख्यधारा की भीड़ से हटकर अपनी असली खुशियों को चुनना भी सही है और शायद यही आज के युवाओं, फैंस व समाज के लिए असल प्रेरणा है।

निष्कर्ष: Elli ने दी नई परिभाषा असली जश्न की

बॉलीवुड सितारों की दुनिया में Elli AvrRam का यह निर्णय बताता है कि असली जश्न वहां है, जहां अपना और अपनों का साथ हो न कि सिर्फ दिखावे और शोर में। उनका यह बदलाव बाकी सेलिब्रिटीज़ और आम लोगों के लिए भी मिसाल है।

संदर्भ

  • हालिया मीडिया इंटरव्यू और Elli AvrRam के ऑफिशियल सोशल मीडिया पोस्ट
  • बॉलीवुड ट्रेंड्स और मीनिंगफुल सेलिब्रेशन पर रिपोर्ट्स
  • भारतीय स्टार लाइफस्टाइल के बदलते पहलू
स्मृति ईरानी ने क्यों दिया क्योंकि सास भी कभी थी सेट पर मिसकैरेज का रिपोर्ट

स्मृति ईरानी ने क्यों दिया क्योंकि सास भी कभी थी सेट पर मिसकैरेज का रिपोर्ट, जानिए पूरी सचाई

"स्मृति ईरानी को 'क्योंकि सास भी कभी थी' सेट पर साबित करना पड़ा मिसकैरेज, वजह सुनकर चौंक जाएंगे आप!"

क्योंकि सास भी कभी थी के सेट पर स्मृति ईरानी को देना पड़ा मिसकैरेज का सबूत, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

टीवी शो "क्योंकि सास भी कभी थी" के आइकॉनिक किरदार तुलसी के रूप में मशहूर स्मृति ईरानी ने हाल ही में अपने एक खास और दर्दनाक अनुभव का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि जब उनका मिसकैरेज हुआ था, उस दौरान शो के मेकर्स को उनकी बात पर यकीन नहीं हुआ था। उन्हें अपनी असली स्थिति साबित करने के लिए अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट दिखानी पड़ी थी।

स्मृति ईरानी ने राज शमानी के पोडकास्ट में अपनी यह कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि इस दौरान वे शो के निर्माता दिवंगत रवि चोपड़ा और एकता कपूर के साथ काम कर रही थीं। रवि चोपड़ा ने स्मृति को केवल एक हफ्ते की छुट्टी दी, जबकि एकता कपूर लगातार रोज़ाना एपिसोड के प्रमाणीकरण में व्यस्त थीं।

पर जब प्रोडक्शन टीम को लगा कि स्मृति इस बात को झूठा साबित कर सकती हैं क्योंकि शूटिंग रोकना संभव नहीं था, तो उन्होंने स्नान के बाद हॉस्पिटल रिपोर्ट दिखाई। इस रिपोर्ट ने उनको मजबूर कर दिया कि वे अपनी बात साबित करें और मेकर्स को अपने मिसकैरेज के बारे में यकीन दिलाएं।

एक्ट्रेस ने यह भी बताया कि अपने बच्चों के जन्म के बाद भी उन्हें शूटिंग पर जल्दी लौटना पड़ता था, क्योंकि शो ऑन-एयर रहता था। इस कड़ी मेहनत और समर्पण ने ही तुलसी के किरदार को टीवी इतिहास में अमर बना दिया।

यह घटना उनके करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण पलों में से एक थी, जो आज भी दर्शकों के लिए प्रेरणादायक है। स्मृति ईरानी की यह कहानी इस बात की गवाही है कि शूटिंग के दौरान कलाकारों की व्यक्तिगत परेशानियां भी कितनी गहरी होती हैं और उन्हें कैसे सहना पड़ता है।

वर्तमान में "क्योंकि सास भी कभी थी" का रीबूट 29 जुलाई 2025 से STAR Plus पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें स्मृति ईरानी फिर से अपनी भूमिका में नजर आ रही हैं। इस शो की वापसी को लेकर फैंस भी काफी उत्साहित हैं।

शाहरुख या सलमान नहीं, ये एक्टर थे पहली बार 1 करोड़ फीस लेने वाले स्टार

शाहरुख या सलमान नहीं बल्कि इस एक्टर को पहली बार ऑफर हुई थी 1 करोड़ रुपये की फीस। यह स्टार कोई और नहीं बल्कि साउथ इंडियन फिल्मों के महानायक चिरंजीवी हैं।

1990 के दशक में जब बॉलीवुड के बड़े सितारे जैसे अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान अपनी फीस लाखों और फिर करोड़ों में ले रहे थे, उसी दौर में चिरंजीवी ने पहली बार एक फिल्म के लिए 1 करोड़ रुपयों से भी अधिक की फीस चार्ज कर इतिहास रच दिया था।

उनकी चर्चित फिल्म “आपदबंधवुदु” के लिए उन्हें करीब 1.25 करोड़ रुपये फीस दी गई थी, जो उस वक्त के लिए बहुत बड़ी रकम थी। इस रिकॉर्ड के साथ उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में सबसे पहले इतना मोटा फीस पाने वाले अभिनेता का खिताब पाया।

उस समय बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन भी 90 लाख रुपये तक फीस लेते थे, जबकि चिरंजीवी ने इस आंकड़े को पार कर दिया था। इसके बाद कमल हासन, रजनीकांत जैसे दिग्गज सितारों ने भी अपनी फीस बढ़ाई।

चिरंजीवी ने तेलुगु सिनेमा में अपने अभिनय के दम पर अपनी एक खास जगह बनाई। न केवल साउथ, बल्कि पूरे भारत में अपने एक्शन और ड्रामा से उन्होंने लाखों दिल जीते।

यह बात इसलिए भी खास है क्योंकि आमतौर पर बॉलीवुड अभिनेताओं को भारत में सबसे महंगे माना जाता है, लेकिन चिरंजीवी ने यह साबित किया कि साउथ के स्टार्स भी बड़ी फीस लेने में पीछे नहीं हैं।

इस तरह, शाहरुख खान या सलमान खान से पहले एक करोड़ की फीस लेने वाला पहला भारतीय अभिनेता चिरंजीवी ही थे, जिन्होंने दक्षिण भारतीय सिनेमा का नाम पूरे देश में रोशन किया।

Back to Top
Product has been added to your cart