Habba Khatoon peak over the Kishanganga River in Gurez Valley, Jammu & Kashmir

Gurez Valley | Hidden Kashmir On The Edge Of The LoC You’ll Fall For

#Kashmir & Himachal

Gurez Valley, J&K: The Untouched Kashmir That’s Calling Your Name

Gurez is the kind of valley that turns even the quietest traveler into a storyteller pyramid-shaped Habba Khatoon glowing at sunset, the icy Kishanganga sliding by your feet, wooden bridges swaying over teal water, and Shina folk songs floating through pine air. It’s raw, remote, and finally within reach. Here’s your field guide to doing Gurez right responsibly, comfortably, and with a little insider swagger.

Quick facts (so you plan like a pro)

  • Where: Bandipora district, north of Srinagar, near the LoC; Dawar is the main town.
  • Distance & travel time: ~123 km via Bandipora; plan 6–7 hours each way due to Razdan Pass and check-posts.
  • Key pass: Razdan Pass (3,556 m / 11,667 ft) seasonal and snow-bound in winter.
  • Best window: Late May/June to Oct/Nov when Razdan opens; winters bring heavy snowfall and closures.

Why Gurez is HOT (and tricky) right now

Planning used to be confusing: permits, seasonal road closures, scarce beds, and a river of outdated blogs. That’s changing fast border tourism is growing, festivals are popping, and information is finally clearer. Still, a little prep goes a long way.

Permits & entry no guesswork

  • Indian citizens: No special permit required; carry government ID and register at routine Army check-posts en route.
  • Foreign tourists: Now allowed with a permit from the Deputy Commissioner, Bandipora (apply a few days in advance; online process may roll out).

Getting in (and out)

  • By road: Srinagar → Bandipora → Razdan Pass → Dawar (Gurez). Stagger your drive to cross Razdan in daylight.
  • In winter: A limited helicopter service from Srinagar is sometimes operated; seats are booked via the Tourism Reception Centre availability and fares vary.

What to see & do (beyond the obvious)

  • Habba Khatoon Peak & Spring: The valley’s iconic pyramid and a storied spring near Achoora golden at dusk, mirror-still at dawn.
  • Kishanganga River life: Bridge-hops, riverbank picnics, long-exposure photos, and quiet walks by blue-green water.
  • Drive to Tulail Valley: One of the most scenic spurs in Kashmir hamlets and meadows for ~41 km beyond Dawar (roads and local permissions vary).
  • Culture crush: Meet the Dard-Shina community; hear Shina songs at local clubs and gatherings. Be respectful ask before photographing people.
  • Festivals to watch: Gurez has seen a National Tribal Festival and cultural events that spotlight crafts, dance and cuisine. Time your visit if culture is your jam.

Hand-picked itineraries

A long weekend (3D/2N)

Day 1: Srinagar → Dawar via Razdan (photo stops on the pass; ID handy for check-posts).
Day 2: Habba Khatoon viewpoint, Kishanganga river walk, Achoora village; slow evening in Dawar bazaar.
Day 3: Optional Tulail drive (weather/permissions) → return to Srinagar.

A deeper dip (5D/4N)

Add a full Tulail loop (Burnai → Badugam → Sheikhpora), an extra sunrise at Habba Khatoon, and a lazy day by the river with local meals.

Where to stay & eat

Gurez is still small on infrastructure expect homestays and basic guesthouses around Dawar; book ahead in peak months. JKTDC lists Gurez as a destination; check their channels and local operators for current inventory. Try noon chai, girda bread, and trout where available.

Essential tips (read this twice)

  • Carry cash (ATMs are limited), extra snacks, and a power bank.
  • Connectivity is patchy; share your plan with family in advance.
  • Drones & sensitive areas: This is a border zone do not fly drones or photograph security installations; follow on-ground guidance.
  • Road status: In shoulder seasons, confirm Razdan’s status with local helplines; District Control Room Bandipora: 01957-225232.

The story under the scenery

Gurez sits at ~8,000 ft, cradled by the Great Himalaya. The Kishanganga threads the valley, and wildlife ranges from brown bear to snow leopard in the higher wilds. It’s remote, yes but its culture, language and music give it a pulse you’ll feel long after you leave.

FAQ (fast answers)

Do Indians need a permit?
No special permit; carry valid photo ID and expect check-posts.

Are foreigners allowed now?
Yes with a permit from DC Bandipora, ideally applied for 3–4 days in advance.

When is the road open?
Typically late May/June to Oct/Nov; Razdan shuts with heavy snow.

How far is Tulail from Gurez?
Roughly 41 km beyond Dawar (road/permissions vary).

Contact/handles: info@altt.in · instagram.com/alttindia

A vibrant yellow and blue Portuguese-style building in the quiet, rain-slicked lanes of Fontainhas, Goa, evoking a sense of romance and history.

बारिश, सुकून और थोड़ी शरारत: गोवा सिर्फ आपके लिए 2025

बारिश, सुकून और थोड़ी शरारत: गोवा सिर्फ आपके लिए

 चलिए, एक पल के लिए उस गोवा को भूल जाते हैं जो पोस्टकार्ड पर दिखता है। उस भीड़ को भूल जाइए जो सूरज ढलते ही एक जैसी तस्वीरें खींचती है। उस शोर को भी, जो हर साल दिसंबर में अपने चरम पर होता है।अब एक दूसरे गोवा की कल्पना कीजिए।एक ऐसा गोवा जहाँ सुबह की शुरुआत बालकनी में बैठकर होती है, हाथ में कॉफी का कप होता है और सामने हरे-भरे धान के खेतों पर बारिश की बूंदें एक शांत संगीत बना रही होती हैं। जहाँ सड़कें खाली होती हैं, और स्कूटर चलाने का मज़ा दोगुना हो जाता है। जहाँ समंदर शांत नहीं, बल्कि अपनी पूरी ताकत से गरज रहा होता है, और आपको किनारे पर खड़े होकर बस उसे देखने का मन करता है।यह गोवा का मानसून है। और यकीन मानिए, यह गोवा का सबसे बेहतरीन और सबसे ईमानदार रूप है। यह वो गोवा है जो अपनी सबसे अच्छी कहानियाँ सिर्फ समझदार मुसाफिरों को सुनाता है।

तो, आप किस कहानी का हिस्सा बनना चाहेंगे?

यह सवाल गोवा में हमेशा पूछा जाता है, भले ही आप उसे सुनें नहीं। इसका जवाब तय करता है कि आप नॉर्थ जाएंगे या साउथ।नॉर्थ गोवा में एक चुंबकीय ऊर्जा है। यह उन लोगों के लिए है जो रात के सन्नाटे में भी ज़िंदगी की धड़कन सुनना चाहते हैं। लेकिन अब यह सिर्फ टिटो लेन तक सीमित नहीं है। असली मज़ा तो असागाओ और वागातोर की पहाड़ियों में है, जहाँ देश के कुछ सबसे बेहतरीन रेस्टोरेंट और बार छिपे हैं। यहाँ की शामें लंबी, बातचीत गहरी और कॉकटेल शानदार होते हैं। यह वो जगह है जहाँ आप नए लोगों से मिलते हैं, और हर शाम एक नया रोमांच लेकर आती है।और फिर साउथ गोवा है। यह एक धीमी, गहरी साँस की तरह है। यहाँ का जीवन समंदर की लहरों की तरह, एक सुकून भरी लय में चलता है। यहाँ के समुद्र तट, जैसे पालोलेम और अгоonda, आपको खुद से बात करने का मौका देते हैं। यहाँ के लक्ज़री रिसॉर्ट्स आपको दुनिया से कट जाने का बहाना देते हैं। यह जगह उन जोड़ों के लिए है जो एक-दूसरे का हाथ थामकर बस भीगी रेत पर चलना चाहते हैं, या उन लोगों के लिए जो अपनी किताब के साथ घंटों बिता सकते हैं, और जिन्हें बैकग्राउंड में सिर्फ बारिश की आवाज़ चाहिए। 

जब समंदर आराम करता है, तब असली गोवा जागता है

मानसून में, गोवा आपको समुद्र तट से दूर अपनी असली आत्मा को खोजने के लिए आमंत्रित करता है।
  • सभ्यता की गलियों में खो जाइए: पंजिम का फॉन्टेनहास (Latin Quarter) इस मौसम में किसी यूरोपीय शहर जैसा लगता है। इसकी रंगीन पुर्तगाली हवेलियों और शांत गलियों में घूमना एक कला की तरह है। हर कोना एक कहानी कहता है, और हर दरवाज़ा एक रहस्य की तरह लगता है।
  • स्वाद जो याद रह जाए: गोवा का खाना इस मौसम में और भी स्वादिष्ट लगता है। किसी पुराने, पारिवारिक रेस्टोरेंट में मसालेदार पोर्क विंदालू का आनंद लें। या फिर काजू से बनी स्थानीय शराब 'फेनी' का एक शॉट लेकर देखिए। यह आपको अंदर तक गर्म कर देगी और गोवा की मिट्टी का असली स्वाद देगी।
  • थोड़ा रोमांच, थोड़ी शरारत: मंडोवी नदी पर तैरते कैसिनो में एक शाम बिताने का अनुभव ही अलग है। यह सिर्फ जुआ नहीं है; यह ग्लैमर, संगीत, और एक ऐसी रात है जहाँ आप थोड़ी देर के लिए अपनी सारी चिंताएँ भूल सकते हैं।
  • प्रकृति के सबसे बड़े spectacle का गवाह बनें: अगर आपमें रोमांच है, तो दूधसागर झरने की यात्रा ज़रूर करें। मानसून में यह झरना नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली दहाड़ता हुआ समंदर लगता है। जीप में बैठकर घने जंगलों से होकर गुज़रना और फिर उस अद्भुत दृश्य को देखना, यह एक ऐसा अनुभव है जो आपको हमेशा याद रहेगा।
गोवा का मानसून एक एहसास है। यह धीमी सुबह, लंबी दोपहर और शांत रातों का नाम है। यह वो समय है जब आप गोवा को उसकी पूरी रूह के साथ महसूस कर सकते हैं। यह भीड़ के लिए नहीं है। यह आपके लिए है।तो, क्या आप गोवा के इस दूसरे, ज़्यादा खूबसूरत चेहरे से मिलने के लिए तैयार हैं?

गोवा में अजनबियों से मुलाकात: बारिश, रोमांस और कुछ अनकहे पल

 कुछ जगहें सिर्फ घूमने के लिए नहीं होतीं; वे आपको बदलने के लिए होती हैं। गोवा एक ऐसी ही जगह है। खासकर तब, जब मानसून के बादल आसमान पर राज करते हैं और दुनिया थोड़ी धीमी, थोड़ी गहरी हो जाती है।यह उस गोवा की कहानी है जो आपको भीड़-भाड़ वाले बीच पर नहीं मिलेगा। यह उस गोवा के बारे में है जो दो लोगों के बीच एक शांत बातचीत में, एक अजनबी की मुस्कान में, या बारिश में भीगते हुए एक अचानक बने प्लान में मिलता है। यह वो जगह है जहाँ कनेक्शन बनाना उतना ही स्वाभाविक है जितना लहरों का किनारे पर आना। 

नॉर्थ या साउथ? असल में आप चुन रहे हैं कि आप किससे मिलना चाहते हैं

यह सवाल सिर्फ भूगोल का नहीं, बल्कि ऊर्जा का है।नॉर्थ गोवा की हवा में एक बिजली सी है। यह उन लोगों के लिए है जो नए विचारों और नई कहानियों से टकराना चाहते हैं। यहाँ की शामें लंबी होती हैं, और असागाओ के किसी स्टाइलिश बार में एक कॉकटेल पर शुरू हुई बात कब गहरी दोस्ती में बदल जाए, कोई नहीं जानता। यहाँ आप लाइव म्यूजिक की धुन पर किसी अजनबी के साथ थिरक सकते हैं और महसूस कर सकते हैं कि आप दोनों एक ही कहानी का हिस्सा हैं। यह वो जगह है जहाँ आप रात के लिए अपना 'ट्राइब' ढूंढते हैं... और क्या पता, शायद उससे भी ज़्यादा समय के लिए।साउथ गोवा, इसके विपरीत, एक फुसफुसाहट है। यह उन लोगों के लिए है जो या तो अपने साथी के साथ अपने रिश्ते को फिर से खोजना चाहते हैं, या फिर खुद के साथ एक गहरा रिश्ता बनाना चाहते हैं। यहाँ की शांत सुबहें लंबी, ईमानदार बातचीत को जन्म देती हैं। पालोलेम के किसी शांत कैफे में आप घंटों बिता सकते हैं, शायद बगल की टेबल पर बैठे किसी लेखक या योगी से आपकी दोस्ती हो जाए। यह वो जगह है जहाँ कनेक्शन शोर में नहीं, बल्कि सुकून में पनपते हैं। 

वे पल, जिन्हें आप प्लान नहीं कर सकते

गोवा की असली खूबसूरती इसके नियोजित यात्रा कार्यक्रमों में नहीं, बल्कि उन अनियोजित "चमत्कारों" में है जो अजनबियों के साथ होते हैं।शायद यह फॉन्टेनहास की भीगी गलियों में किसी स्थानीय कलाकार से हुई मुलाकात हो, जो आपको अपनी छोटी सी गैलरी में ले जाकर अपनी कला का असली मतलब समझाए। या शायद यह किसी छोटे, पारिवारिक रेस्टोरेंट में हो, जहाँ मालिक आपको सिर्फ खाना नहीं, बल्कि अपनी माँ की रेसिपी का राज भी परोसे।डेटिंग फैक्ट: गोवा में माहौल इतना खुला और स्वीकार करने वाला है कि यहाँ लोग अपनी बनावटी दीवारों को गिरा देते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, छुट्टी पर लोग नए अनुभवों और नए लोगों से मिलने के लिए ज़्यादा खुले होते हैं। गोवा इस तथ्य को जीवंत कर देता है। यहाँ की हवा में एक तरह की आज़ादी है, जो लोगों को बिना किसी उम्मीद के, बस एक पल में जीने के लिए प्रोत्साहित करती है। यही वजह है कि यहाँ बने रिश्ते, चाहे वे एक शाम के हों या ज़िंदगी भर के, ज़्यादा सच्चे महसूस होते हैं।आप शायद किसी समुद्र तट पर एक किताब पढ़ रहे हों और कोई आपके पास आकर बस उस किताब के बारे में बात करने लगे। या आप दूधसागर झरने के रास्ते में जीप में बैठे हों, और आपके साथ बैठे अजनबी आपकी यात्रा के सबसे अच्छे दोस्त बन जाएं।ये हैं वो छोटे-छोटे चमत्कार। ये वो कहानियाँ हैं जिन्हें आप वापस ले जाते हैं। गोवा आपको सिखाता है कि कभी-कभी सबसे अच्छा ट्रैवल पार्टनर वो होता है जिससे आप यात्रा पर ही मिलते हैं।तो, जब आप इस बार गोवा जाएं, तो सिर्फ जगहों की लिस्ट लेकर न जाएं। एक खुला दिल लेकर जाएं। उस अजनबी से बात करने में संकोच न करें जो आपको मुस्कुराता हुआ दिखे। उस स्थानीय से रास्ता पूछें, और शायद आपको मंजिल से बेहतर कहानी मिल जाए।क्योंकि गोवा में, आप कभी अकेले नहीं होते। आप बस उन दोस्तों से दूर होते हैं जिनसे आप अभी तक मिले नहीं हैं। 

कुछ सवाल जो शायद आपके मन में हों (A Few Questions You Might Have)

 

प्रश्न: आप मानसून में गोवा जाने की बात कर रहे हैं। क्या यह वाकई एक अच्छा समय है? क्या सब कुछ बंद नहीं हो जाता?

उत्तर: यह एक बहुत अच्छा सवाल है। हाँ, कुछ बीच शैक और अस्थायी रेस्टोरेंट बंद हो जाते हैं, लेकिन गोवा की असली आत्मा, यानी इसके बेहतरीन रेस्टोरेंट, आकर्षक बार, डिज़ाइनर स्टोर, और पुराने गाँव, हमेशा खुले रहते हैं। सच तो यह है कि मानसून में गोवा ज़्यादा प्रामाणिक लगता है। आपको कम भीड़, ज़्यादा हरियाली और बेहतर डील्स मिलती हैं। यह उन लोगों के लिए सबसे अच्छा समय है जो गोवा को उसकी शांति के लिए अनुभव करना चाहते हैं, न कि उसकी पार्टियों के लिए।

प्रश्न: अकेले यात्रा करने वालों, खासकर अकेली महिला यात्रियों के लिए गोवा कितना सुरक्षित है?

उत्तर: गोवा आम तौर पर भारत के सबसे सुरक्षित और स्वागत करने वाले स्थानों में से एक है, और बहुत सी अकेली महिला यात्री यहाँ एक अद्भुत समय बिताती हैं। यहाँ का माहौल काफी खुला और आरामदायक है। हालाँकि, दुनिया में कहीं भी यात्रा करने के सामान्य नियम यहाँ भी लागू होते हैं अपने आस-पास के बारे में जागरूक रहें, देर रात अनजान जगहों पर अकेले जाने से बचें, और अपनी सहज प्रवृत्ति पर भरोसा करें। नॉर्थ गोवा में असागाओ, वागातोर या मोरजिम जैसे क्षेत्र रहने के लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं जहाँ आपको एक अच्छी और सुरक्षित भीड़ मिलती है।

प्रश्न: आपने "कनेक्शन" और "डेटिंग" की बात की। क्या गोवा में नए लोगों से मिलना वाकई आसान है?

उत्तर: हाँ, और यह गोवा के जादू का एक हिस्सा है। यहाँ का माहौल बहुत सामाजिक है। लोग छुट्टियों पर होते हैं, वे ज़्यादा खुले और बात करने को तैयार होते हैं। यह ज़रूरी नहीं कि यह सिर्फ रोमांटिक "डेटिंग" के बारे में हो। आपको किसी कैफे में, योग क्लास में, या किसी लाइव म्यूजिक वेन्यू पर आसानी से दिलचस्प बातचीत करने वाले लोग मिल जाएंगे। यहाँ कनेक्शन सहजता से बनते हैं क्योंकि लोग अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी की भागदौड़ पीछे छोड़ आते हैं। बस एक सच्ची मुस्कान और बात शुरू करने की थोड़ी सी हिम्मत चाहिए।

प्रश्न: मैं अपने पार्टनर के साथ यात्रा कर रहा/रही हूँ। मानसून में कुछ रोमांटिक आइडियाज़ क्या हो सकते हैं?

उत्तर: मानसून गोवा को जोड़ों के लिए एक सपने जैसा बना देता है। आप ये चीज़ें कर सकते हैं:
  • साउथ गोवा के किसी लक्ज़री रिसॉर्ट में एक प्राइवेट विला बुक करें।
  • एक स्कूटर किराए पर लें और गोवा के हरे-भरे, शांत गांवों से होकर गुज़रें।
  • पंजिम के फॉन्टेनहास की रंगीन गलियों में एक-दूसरे का हाथ थामकर घूमें।
  • समुद्र के नज़ारे वाले किसी अच्छे रेस्टोरेंट में कैंडललाइट डिनर करें, जहाँ आप बारिश को खिड़की से देख सकें।
  • एक साथ एक कुकिंग क्लास लें और गोअन व्यंजन बनाना सीखें।

प्रश्न: मानसून में रात की ज़िंदगी (Nightlife) कैसी होती है? क्या सब कुछ शांत हो जाता है?

उत्तर: बिल्कुल नहीं! बस इसका रूप बदल जाता है। बड़ी ओपन-एयर पार्टियाँ भले ही कम हों, लेकिन असली मज़ा इनडोर वेन्यू में होता है। असागाओ, वागातोर और अंजुना के कई हाई-एंड बार और पब पूरे साल गुलज़ार रहते हैं। आपको लाइव बैंड, जैज़ नाइट्स और डीजे सेट सुनने को मिलेंगे। मंडोवी नदी पर तैरते कैसिनो भी 24/7 खुले रहते हैं। वास्तव में, मानसून की नाइटलाइफ़ अधिक अंतरंग और आरामदायक महसूस होती है।

प्रश्न: बारिश में स्कूटर चलाना कितना सुरक्षित है?

उत्तर: यह गोवा घूमने का सबसे अच्छा तरीका है, लेकिन सावधानी बरतना ज़रूरी है। धीरे चलाएं, अच्छी गुणवत्ता वाला हेलमेट पहनें, और फिसलन भरी सड़कों से सावधान रहें। अगर आप एक अनुभवी राइडर नहीं हैं, तो कार किराए पर लेना एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प हो सकता है।
The grand multi-storied Dwarkadhish Temple in Dwarka, with its magnificent flag (Dhwaja) flying high, seen from the Gomti Ghat during the monsoon season of Shravan.

श्रावण 2025 में द्वारका की दिव्य यात्रा: एक संपूर्ण ट्रैवल गाइड

श्रावण 2025 में करें द्वारका की दिव्य यात्रा: जहां भक्ति और लहरें एक हो जाती हैं

 श्रावण का महीना... एक ऐसा समय जब पूरी प्रकृति शिव भक्ति में लीन होती है, और वातावरण में एक अलग ही आध्यात्मिकता घुल जाती है। ऐसे में यदि आप एक ऐसी यात्रा पर निकलना चाहते हैं जो आपके मन को शांति और आत्मा को ऊर्जा से भर दे, तो भगवान श्री कृष्ण की नगरी द्वारका से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती।यह एक ऐसी यात्रा है जो आपको भक्ति के उस सागर में डुबो देगी जहाँ से आप एक नई शांति और ऊर्जा के साथ लौटेंगे। इस विस्तृत गाइड में, हमने आपकी यात्रा को सुगम बनाने के लिए नवीनतम और आधिकारिक वेबसाइटों के लिंक और महत्वपूर्ण जानकारी भी शामिल की है। 

श्रावण में ही द्वारका क्यों?

 श्रावण का महीना भगवान शिव को समर्पित है, और द्वारका के पास ही नागेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है, जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस प्रकार, श्रावण में द्वारका की यात्रा आपको हरि (भगवान कृष्ण) और हर (भगवान शिव) दोनों का आशीर्वाद प्राप्त करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है। 

कैसे पहुँचें द्वारका?

 
  • हवाई मार्ग (By Air): निकटतम हवाई अड्डा जामनगर (लगभग 137 किमी) है।
  • रेल मार्ग (By Train): द्वारका का अपना रेलवे स्टेशन है।
  • सड़क मार्ग (By Road): गुजरात के सभी प्रमुख शहरों से द्वारका के लिए राज्य परिवहन की बसें नियमित रूप से चलती हैं।
 

द्वारका में घूमने योग्य प्रमुख स्थान

 1. द्वारकाधीश मंदिर (जगत मंदिर): यह द्वारका का हृदय है। मंदिर में प्रवेश करते ही आप एक अलग ही दुनिया में पहुँच जाते हैं।
  • योजना बनाएं: अपनी यात्रा की योजना बनाने और नवीनतम जानकारी के लिए, नए और नियमित रूप से अपडेट होने वाले पोर्टल dwarkatourism.com को देखना सुनिश्चित करें।
2. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर: यह भगवान शिव का एक प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है। श्रावण में यहाँ रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है।3. बेट द्वारका (Beyt Dwarka): माना जाता है कि यह भगवान कृष्ण का निवास स्थान था। ओखा जेट्टी से फेरी (नाव) द्वारा यहाँ पहुँचा जाता है।4. गोमती घाट: द्वारकाधीश मंदिर के पास स्थित यह घाट एक पवित्र स्थान है। यहाँ गोमती नदी में आस्था की डुबकी लगाई जाती है।5. रुक्मिणी देवी मंदिर: यह मंदिर भगवान कृष्ण की पत्नी रुक्मिणी को समर्पित है और अपनी सुंदर नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। 

महत्वपूर्ण लिंक्स और संसाधन (Important Links & Resources)

 आपकी यात्रा को और भी आसान बनाने के लिए, यहाँ कुछ महत्वपूर्ण लिंक दिए गए हैं:
  • द्वारका पर्यटन पोर्टल (नया और अपडेटेड): https://www.dwarkatourism.com
    • यह द्वारका यात्रा के लिए एक नया और बेहतरीन संसाधन है, जहाँ आपको नियमित रूप से अपडेट की गई जानकारी मिलती है। यात्रा योजनाओं, होटलों, स्थानीय कार्यक्रमों और पैकेजों के लिए इस वेबसाइट को ज़रूर देखें।
  • द्वारकाधीश मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट: https://www.dwarkadhish.org
    • यह द्वारकाधीश देवस्थान समिति की अपनी वेबसाइट है। यहाँ आपको आरती और दर्शन के आधिकारिक समय, ऑनलाइन दान, और मंदिर ट्रस्ट द्वारा संचालित सेवाओं की सीधी जानकारी मिलेगी।
  • गुजरात पर्यटन की आधिकारिक वेबसाइट: https://www.gujarattourism.com
    • यह राज्य की आधिकारिक पर्यटन वेबसाइट है, जो पूरे गुजरात में यात्रा के लिए व्यापक जानकारी प्रदान करती है।
 

श्रावण के लिए सुझाया गया 3 दिवसीय यात्रा कार्यक्रम

 
  • दिन 1: आगमन, शाम को गोमती घाट पर समय बिताएं और द्वारकाधीश मंदिर की संध्या आरती में शामिल हों।
  • दिन 2: सुबह मंगला आरती के दर्शन करें, फिर नागेश्वर ज्योतिर्लिंग और बेट द्वारका की यात्रा करें।
  • दिन 3: रुक्मिणी देवी मंदिर के दर्शन करें और प्रस्थान करें।
 

यात्रा के लिए प्रैक्टिकल टिप्स

 
  • नवीनतम जानकारी प्राप्त करें: श्रावण में भीड़ और मौसम के कारण योजनाओं में बदलाव हो सकता है। यात्रा से ठीक पहले dwarkatourism.com पर नवीनतम यात्रा सलाह और कार्यक्रम देखें।
  • अग्रिम बुकिंग: श्रावण में भीड़ बहुत होती है, इसलिए अपने होटल और टिकट पहले से ही बुक कर लें।
  • मौसम: यह मानसून का समय होता है, इसलिए छाता और रेनकोट साथ रखें।
  • पहनावा: मंदिरों में जाते समय शालीन और पारंपरिक वस्त्र पहनें।
द्वारका की यात्रा सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि एक आत्मिक अनुभव है। इस श्रावण, विश्वसनीय और अपडेटेड संसाधनों की मदद से अपनी यात्रा की योजना बनाएं और निकल पड़ें भगवान कृष्ण की इस दिव्य नगरी की ओर!
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